||Delhi||Nancy Kaushik||बेमौसमी बारिश की मार झेलने के बाद अब किसान जैसे तैसे अपनी फसल लेकर मंडियों में पहुंचने लगे हैं। लेकिन मंडी में आज भी स्थिति असमंजस की बनी हुई है। मुख्यमंत्री हों या फिर उप मुख्यमंत्री दोनों ही अपने अपने सोशल मीडिया पर अनाज के एक एक दाने की खरीद का आश्वासन किसानों को दे रहे हैं। लेकिन लस्टर लॉस और वेल्यू कट को लेकर सरकार ने अभी तक कोई भी लिखित आदेश जारी नहीं किये, कि आखिर उसका वहन कौन करेगा। ऐसे में भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह ने अंबाला अनाज मंडी के कार्यालय में डेरा डालकर धरना शुरू कर दिया। किसानों का आरोप है कि सरकार जानबूझ कर किसानों को गुमराह कर रही है। वहीं आढ़ती बता रहे हैं कि इसी असमंजस के कारण अंबाला शहर अनाज मंडी में गेंहू का उठान भी शुरू नहीं हो पाया।
सरकार और किसानों के बीच मतभेद आखिर कब खत्म होगा, ये सवाल तो हर किसी की जुबान पर है लेकिन इसका जवाब कोई नहीं जानता। थोड़े थोड़े समय के बाद किसान सरकार के किसी न किसी फैसले को लेकर धरने प्रदर्शन करने पर मजबूर हो ही जाते हैं। इसी कड़ी में आज एक बार फिर अंबाला में किसानों ने सरकार के खिलाफ धरना शुरू कर दिया है। बता दें कि हरियाणा में हुई बेमौसमी बारिश की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। बारिश की वजह से गेंहू की क्वालिटी में भी फर्क आया है। जिसे देखते हुए सरकार ने यह ऐलान किया कि लस्टर लॉस औऱ फिर वेल्यू कट का वहन हरियाणा सरकार खुद करेगी। अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह ऐलान अपने ट्वीट अकाउंट पर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने फेसबुक पर तो कर दिया मगर इसके सरकारी आदेश अभी तक किसी अधिकारी के पास नहीं पहुंचे। जिससे नाराज किसानों ने मार्किट कमेटी के कार्यालय में धरना शुरू कर दिया। किसानों के आरोप हैं कि सरकार किसानों के साथ खड़े होने का दावा तो करती है मगर हकीकत इसके विपरीत है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर समस्या का हल न हुआ तो आंदोलन बड़ा होगा।
गेंहू की सरकारी खरीद करने के लिए सरकार ने 1 अप्रैल की तारीख तय की थी। लेकिन आज 12 अप्रैल तक भी अंबाला की अनाज मंडी से एक भी दाने का उठान नही हो पाया । अंबाला अनाज मंडी के आढ़तियों की मानें तो सरकार ने अभी तक कट के वहन को लेकर कोई ऑफिशियल ऑर्डर जारी नहीं किये, ऐसे में मंडी में स्थिति असमंजस की बनी हुई है। अगर इन हालातों में खरीद शुरू होती है तो खामियाजा आढ़तियों को भुगतना पड़ेगा।